अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कुछ वक्त पहले कश्मीर पर मध्यस्थता की पेशकेश की थी। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के साथ न्यू यॉर्क में द्विपक्षीय बातचीत में ट्रंप ने कहा था कि वह कश्मीर मसले पर मध्यस्थता के लिए तैयार हैं, बर्शते दोनों पक्ष इसके लिए तैयार हों। इस पर जहां भारत ने पहले ही साफ कर दिया था कि कश्मीर का मुद्दा एक द्विपक्षीय मसला है, वहीं अब कांग्रेस सांसद ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। एएनआई के मुताबिक, उन्होंने कहा, 'हमें किसी मध्यस्थ यानी सुलह कराने वाले किसी व्यक्ति की जरूरत नहीं है। हमें पाकिस्तान से बात करने में कोई गुरेज नहीं है। लेकिन अगर वे एक हाथ में बंदूकें पकड़े हुए है और दूसरे हाथ में बम, तो उनसे हम बात नहीं कर सकते। उन्हें बंदूकें और बम फेंक कर सबसे पहले आतंकवादियों को कैद कर देना चाहिए।' पढ़ें: उन्होंने आगे कहा, 'कांग्रेस और बीजेपी का रुख एक ही है। ऐसा नहीं हो सकता है कि आप हमारे सिर पर बंदूक ताने रहें और हम बातचीत करें। यह भारत की स्थिति है। तीसरे पक्ष की कोई आवश्यकता नहीं है। हम उनसे (पाकिस्तान) अभी बात नहीं कर रहे हैं क्योंकि वे आतंकवादियों का उपयोग कर रहे हैं और हम इसे कभी स्वीकार नहीं कर सकते।' बता दें कि ट्रंप कश्मीर मुद्दे पर कई बार भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता कराने का प्रस्ताव रख चुके हैं। लेकिन इस मामले में भारत की नीति पहले के समान ही है। वह कश्मीर मुद्दे पर शुरुआत से ही किसी तीसरे देश की भूमिका का विरोध करता रहा है। मध्यस्थता का प्रस्ताव रखते हुए ट्रंप ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा था कि उन्होंने कश्मीर के मसले पर भारत और पाकिस्तान के नेताओं से बात की है और मध्यस्थता की पेशकश की है ताकि इस मसले को सुलझाया जा सके।
from India News: इंडिया न्यूज़, India News in Hindi, भारत समाचार, Bharat Samachar, Bharat News in Hindi https://ift.tt/2VivzHK
No comments:
Post a Comment